#6108
दिल्ली के गुजराती समाज के भवन में ठहरीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भतीजी का पर्स छीना। प्रहलाद मोदी ने कहा-हमारा परिवार भाई के पद का फायदा नहीं उठाता।
======
जो नेता और अधिकारी अपने दूर दराज के रिश्तेदारों को भी पद का फायदा दिलवाते हैं, उन्हें देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निकट के रिश्तेदारों से सीख लेनी चाहिए। प्रहलाद मोदी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सगे भाई हैं। लेकिन फिर भी प्रहलाद मोदी का परिवार प्रधनमंत्री के पद का कोई फायदा नहीं उठाते हैं। प्रहलाद मोदी की बेटी और प्रधानमंत्री की भतीजी दमयंती बेन 11 अक्टूबर को जब दिल्ली पहुंची तो वे सिविल लाइन स्थित गुजराती समाज के भवन में ठहरीं। 12 अक्टूबर को सुबह जब दमयंती बेन गुजराती समाज के भवन के बाहर ऑटो रिक्शा का इंतजार कर रही थीं तभी एक बदमाश उनका पर्स छीन कर भाग गया। साधारण नागरिक की हैसियत से दमयंती बेन ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवा दी है। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद ही पुलिस को पता चला कि दमयंती प्रधानमंत्री की भतीजी हैं। अब दिल्ली पुलिस मुस्तैदी से पर्स छीनने वाले बदमाश की तलाश कर रही है, लेकिन प्रहलाद मोदी ने एफआईआर दर्ज होने के बाद कहा है कि हम यह मामला अपने भाई नरेन्द्र मोदी के सामने नहीं रखना चाहते हैं और न ही प्रधानमंत्री के पद के प्रभाव का उपयोग करना चाहते हैं। दिल्ली पुलिस ऐसे मामलों में जिस तत्परता से कार्यवाही करती है उसी तत्परता से हमारे मामले में भी कार्यवाही करनी चाहिए। वहीं दमयंती का कहना है कि दिल्ली आने पर वे कभी भी प्रधानमंत्री आवास अथवा दिल्ली स्थित गुजरात सरकार के सर्किट हाउस में नहीं रुकी। वे हमेशा अपने गुजराती समाज के भवन में ही ठहरती हैं। चूंकि पर्स में आवश्यक कागजात भी थे, इसलिए पर्स की ज्यादा है। प्रधानमंत्री की भतीजी का पर्स छीन लिए जाने की वजह से ही मीडिया में भी खबरें प्रसारित हो गई। हालांकि दिल्ली में रोजाना सैकड़ों स्थानों पर ऐसी वारदातें होती हैं, अधिकांश वारदातों की रिपोर्ट तक नहीं लिखी जाती। लेकिन यह मामला प्रधानमंत्री के परिवर से जुड़ा हुआ है, इसलिए मीडिया में भी प्रमुखता से प्रसारित हो रहा
दिल्ली पीएम मोदी के परिवार के साथ हुई लूट